मोती डंगरी या पर्ल हिल एक महल और एक मंदिर के कारण काफी लोकप्रिय है। भगवान गणेश को समर्पित यह मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह महल जयपुर के अंतिम राजा सवाई मान सिंह II का निवास था और बाद में सवाई मान सिंह II के पुत्र जगत सिंह का निवास स्थान बन गया। मोती डूंगरी महल स्कॉटिश कैसल शैली में और शानदार वास्तुकला से बनाया गया है जो कई पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है| मोती डोंगरी को एक पसंदीदा स्थान माना जाता है। अब यह स्थान शाही परिवार की निजी संपत्ति है जहाँ किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
यह मंदिर पूरा दिन खुलता है। इस मंदिर में एक दिन के अंदर 7 बार दर्शन किये जा सकते है और भगवान के सजे हुए स्वरूप के लिए प्रार्थना के अलग-अलग सेट होते हैं (भजन)।
सुबह के समय : 5:30 से 1:30 अपराह्न
शाम का समय : 4:30 pm से 9:00 अपराह्न
दर्शन | गर्मी | सर्दी | |
1. | मंगला | 4:30 बजे | 4:45 बजे |
2. | धूप | 7:15 बजे | 8:15 बजे |
3. | श्रृंगार | 9:15 बजे | 9:45 बजे |
4. | राजभोग | दिन के 11:00 बजे | 11:15 बजे |
5. | ग्वाल | 6:30 शाम के समय | 6:45 अपराह्न |
6. | संध्या | 7:15 अपराह्न | 7:45 अपराह्न |
7. | शायन | 9:15 अपराह्न | रात्रि के 9:30 बजे |
सड़क मार्ग से: मोती डूंगरी राजस्थान विश्वविद्यालय के पास जयपुर शहर के केंद्र में स्थित है। इसका निकटतम बस स्टैंड विश्वविद्यालय बस स्टैंड है| यह आगरा-बीकानेर रोड पर है।
रेल द्वारा: मोती डूंगरी, जयपुर जयपुर रेलवे स्टेशन से पंहुचा जा सकता है जो प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर,जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद के रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है।
हवाई यात्रा द्वाराः मोती डूंगरी जयपुर हवाई अड्डे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है, जिसे हवाई अड्डे भी कहा जाता है जो दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, जोधपुर और उदयपुर से नियमित घरेलू उड़ानों के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।